सूरह फलक कुरआन पाक की 113 वीं आयत है सूरह फलक चारो मशहूर कुल में से एक है इसके बारे में और सही से जानने के लिए हम आपको Surah falaq in hindi में बता रहे है।
इस सूरह के जरिये अल्लाह तआला ने अपने बन्दों को हर तरह के वसवसों से पनाह मांगने का रास्ता बताया है
सूरह फलक मदीना मुनवारा में नाजिल हुई इस सूरह में कुल 1 रुकू है और इसमें कुल पांच आयते है और कुल 23 कलिमे है और कुल 74 हरफ़ है।
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सूरह फलक याद करने के लिए हिंदी में वीडियो देखिये
Surah Falaq in Hindi
कुछ लोगो को अरबी पढ़ने और समझने में दिक्कत होती है जिसके लिए हमने उनकी दिक्कत को दूर करने के लिए surah falaq in hindi में बताई है लेकिन जहाँ तक हो सके दुआओ को अरबी में ही पढ़ना चाहिए
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कुल अऊजु बिरब्बिल फलक
मिन शररि मा ख़लक़
वमिन शररि ग़ासिकिन इज़ा वकब
वमिन शररिन नफ़ फ़ासाति फ़िल उक़द
वमिन शररि हासिदिन इज़ा हसद
Surah Falaq in Hindi Tarjuma
यहाँ पर हमने Surah Falaq in Hindi तर्जुमा के साथ बताई है जिसे आप आसानी से समझ सकते है
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कह दीजिये की मैं सुबह के रब की पनाह चाहता हूँ
तमाम मख़लूक़ात के शर से
और अँधेरी रातो के शर से जब कि उस की तारीकी फ़ैल जाये
और उन सभी औरतों के शर से जो लोग गिरहों में फूंक मारती है
और हसद करने वाले के शर से जब वो हसद करने लगे
Surah Falaq in English
यहाँ पर हमने आप लोगो के लिए Surah Falaq in English में बताई है
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Qul Aoozu Birabbil Flaq
Min Sharri Ma Khalaq
Wamin Sharri Gasiqin Iza Waqab
Wamin Sharrin Naffasati Fil Uqad
Wamin Sharri Hasidin Iza Hasad
Surah Falaq in Arabic
Surah al Falaq
सूरह फलक की पहली आयत में (फ़लक़ ) लफ्ज़ आने के वजह से , जिस का मतलब भोर है, जिससे इसका यह नाम रखा गया है।
सूरह फलक और सूरह नास को मिला कर “मुअव्वजतैन” कहा जाता है।
जब यह दोनों सूरतें उतरी तो नबी सल्लल्लाह अलैहि व सल्लम ने फरमायाः आज की रात में मुझ पर कुछ ऐसी आयतें उतरी हैं जिन के जैसी मैंने कभी नहीं देखी।
(मुस्लिमः 814)
इसी तरह इब्ने आबिस जहनी (रजियल्लाह अन्ह) से आप सलाल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि: मैं तुम्हें बेहतरीन दुआ बताऊ जिस के जरिये पनाह मांगी जाती है। और आप ने यह दोनों सूरतें बतायीं, और कहा कि यह “मुअव्वज़तैन” यानी पनाह मांगने के लिये दो सूरतें हैं।
( सहीह नसई: 5020)
Surah al Falaq ki Fazlilat
जब नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) पर जादू किया गया जिस का असर यह हुआ कि आप घुलते जा रहे थे, किसी काम को सोचते कि कर लिया है, और किया नहीं होता था,
किसी चीज़ को देखा है जब कि देखा नहीं होता था। लेकिन जादू का यह असर आप की ज्यादती जिंदगी तक ही महदूद था।एक दिन नबी (सल्लल्लाह अलैहि व सल्लम) अपनी बीवी “आइशा” (रजियल्लाह अन्हा) के पास थे कि सो गये
, और जागे तो उन को बताया की दो शख्स (फरिश्ते) मेरे पास आये, एक सिराहने की ओर था. और दूसरा पैताने की ओर एक ने पूछाः इन्हें क्या हुआ है। दूसरे ने जवाब दिया – इन पर जादू हआ है
लबीद बिन आसम का जादू
उस ने पूछा किस ने किया है। जवाब दियाः “लबीद बिन आसम” ने पूछा: किस चीज़ में किया है। जवाब दिया- कंघी, बाल और खजूर के खोशे में।
पूछा- वह कहाँ है। जवाब दिया-बनी रैक के कुँए की तह में पत्थर के नीचे है।इस के बाद आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने अली, अम्मार और जुबैर (रजियल्लाहु अन्हुम) को भेजा,
फिर आप भी वहाँ आ गये, पानी निकाला गया, फिर जादू जिस में कंघी के दाँतों और बालों के साथ एक ताँत में ग्यारह गाँठ लगी हुई थीं। और मोम का एक पुतला था जिस में सुईयाँ चुभोई हुई थीं।
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हज़रात जिबील (अलैहिस्सलाम) ने आ कर बताया किः आप “मुअव्वज़तैन” पढ़ें।।और जैसे जैसे आप पढ़ते जा रहे थे उसी के साथ एक एक गाँठ खुलती और पुतले से एक एक सुई निकलती जा रही थी, और आखिर के साथ ही आप जादू से इस तरह निकल गये जैसे कोई बंधा हुआ खुल जाता है।
Surah Falaq in Urdu
व अखिरू दावाना अलाह्म्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन
mashallah