इस्लाम में 7 साल की उम्र तक नमाज़ सुन्नत होती है लेकिन जैसे ही 7 साल हो जाते हैं उसके बाद इस्लाम में नमाज़ फर्ज कर दी जाती है और नमाज़ को पूरे एहतराम के साथ पड़ने का हुक्म दिया गया है। औरत हो या मर्द सभी पर नमाज़ मुकर्रर की गई है और किसी…
अस्सलाम अलैकुम दोस्तों हमारे इस्लाम में सभी मुसलमानों को भाईचारे के साथ रहने का हुक्म दिया गया है। जितने भी मुसलमान भाई बहन है सबको एक दूसरे के साथ प्यार मोहब्बत से रहना है। अल्लाह पाक ऐसे लोगों को बहुत पसंद करते हैं जो सभी के लिए अपने दिल में मोहब्बत रखते हैं ना कि…
“अस्सलाम अलैकुम दोस्तों” हमारा इस्लाम बहुत ही प्यारा मजहब है हमारे इस्लाम में मुस्कुराने पे भी सवाब मिलता है। हम हुज़ूर सल्लल्लाहों अलैहि वसल्लम के उम्मति है और हमारे उम्मत में छोटी छोटी चीज़ों पे सुन्नत मुकर्रर किया है। लेकिन हमारे इस्लाम में छोटी-छोटी चीजों पर गुनाह भी मुकर्रर किया गया है। जैसे कि किसी…
अल्लाह और अल्लाह के रसूल के फ़रमान के मुताबिक जिन्दगी गुजारना एक इबादत ही है तो आज आप यहां पर इसी इबादत यानी इस्लाम में परदे की अहमियत से जुड़ी सभी बात जानेंगे तो इस पैग़ाम को अव्वल से अंत तक ध्यान से पूरी बात को पढ़ें और इल्म में इज़ाफा करें।
जब भी कोई इस दुनिया में आता है चाहे वो लड़का हो या लड़की उसकी कोई पहचान नहीं होती। उससे पहचान देने के लिए उसका एक नाम रखा जाता है। और उसी नाम से उसे हर कोई पुकारता है। चाहे उसके घर वाले हो चाहे उसके दोस्त या फिर रिस्तेदार वो उसे उसी नाम से पुकारते है। मुसलमान में जब किसी का नाम रखा जाता है तो सबसे पहले उस नाम का मतलब देखा जाता है क्युकी नाम के माने का बहुत असर पड़ता है जैसा नाम का मतलब होता है वैसे ही उस इंसान की शख्सियत होती है। इसलिए आज हम आपके कुछ इस्लामिक नाम और उसके मतलब लेकर आये है। आइए देखते है MUSLIM BABY NAMES – GIRLS मुस्लिम बच्चियों के नाम