Fahasi Aur Behayai
फ़हाशी जिसको हम अपनी आम बोलचाल में बेशर्मी भी कहते है। Fahasi Aur Behayai का मअनी व मफ़हूम जिन्हें खुले अल्फ़ाज़ों में बयान करना बुरा समझा जाता हो उन्हें ऐलानीया तौर पर ज़िक्र करना मसलन जिमा की बातें करना, मर्द और औरत के आज़ा मख़सूसा का ज़िक्र करना, पेशाब पाख़ाना वग़ैरा की बातें करना।