Vazu Aur Gusl Ke Lie Pani
आज के इस आर्टिकल में हम वज़ू और ग़ुस्ल के लिए पानी की पाकि को बताएँगे यानी की vazu aur gusl ke lie pani का बयान किया है इसमें हमने ये भी बताया है की कौन सा पानी पाक होता है और कौन सा पानी नापाक होता है।
आज के इस आर्टिकल में हम वज़ू और ग़ुस्ल के लिए पानी की पाकि को बताएँगे यानी की vazu aur gusl ke lie pani का बयान किया है इसमें हमने ये भी बताया है की कौन सा पानी पाक होता है और कौन सा पानी नापाक होता है।
शबे-बारात क्या है, शबे-बारात कब मनाया जाता हैं और शबे-बारात क्यों मनाया जाता है, शबे-बारात की हकीकत क्या है? शबे-बारात का वाकिया क्या हैं, शबे-बारात में क्या पढ़ना चाहिए, शबे-बारात की नमाज कैसे पढ़ें ? शबे-बारात का रोजा रखना कैसा है? शबे बरात में हलवा क्यों बनाया जाता है? शबे-कदर या लैलातुल कादर की रात क्या है? शबे-बारात की रात को कब्रिस्तान में जाना कैसा है?
आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे sana in hindi जिस सूरह को आप नमाज़ के सुरु में पढ़ते है। ये अल्लाह की तारीफ के अल्फ़ाज़ है सना पढ़ना सुन्नत है जो की इमाम को भी पढ़ना जरुरी है और मुतअददी यानि इमाम के पीछे पढ़ने वालो के लिए भी जरुरी है।
आपको मालूम होगा शायद जो भी आप कंटेंट पढ़ते हैं अगर उस कंटेंट को ऑडियो फॉर्म में रिकॉर्ड कर लिया जाए तो उसे Podcast के नाम से जाना जाता है। एक उदाहरण से समझते हैं आइए पॉडकास्ट को अगर मान लीजिए कि आप कोई आर्टिकल पढ़ रहे हो तो वह टेक्स्ट के फॉर्म में होता है अगर उसी आर्टिकल को आप को सुनना है और आपने अपनी आवाज से उस आर्टिकल को रिकॉर्ड कर लिया है तो वह पॉडकास्ट कहलाएगा।
इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे है Surah Al Hashr In Hindi .यह सूरह मदीना में नाज़िल हुई थी और इसमें कुल 24 आयते है। हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास (रजि.) कहते हैं कि सूरा हश्र बनी नज़ीर के अभियान के विषय में अवतरित हुई थी, जिस तरह सूरा 8 ( अनफ़ाल ) बद्र के युद्ध के विषय में अवतरित हुई थी।
जैसा की इस्लाम में कहा गया है की Safai Adha Iman Hai इसका मतलब ये है की हमें हमेशा खुद भी साफ़ पाक रहना चाहिए और अपने आस पास भी सफाई रखनी चाहिए।
इसमें कोई फ़र्क़ नहीं जैसे मोज़ों पर मसह औरतों के लिए भी जाइज़ है लेकिन जिस पर ग़ुस्ल फ़र्ज़ हो चाहे औरत हो या मर्द वह मोज़ों पर मसह नहीं कर सकता है। आज हम बताने जा रहे है Mozo Par Masah Karne Ka Tareeqa क्या है और इस्लाम में इसका क्या हुक्म है।
इस्लाम की पांच बुनियादी बातें तौहीद, नमाज़, रोज़ा, ज़कात और हज है। तो जाहिर है कि जकात इस्लाम की 5 बुनियादी चीजों में से एक है। ज़कात तुम्हारी कमाई में गरीबों और मिस्कीनों का हक है।” और ज़कात किसे देनी चाहिए
जैसा हम सभी जानते है इस्लाम में हर एक चीज़ के कुछ मसले मसाइल होते है जिन्हे हर मुस्लमान मर्द औरत के लिए जानना जरुरी होता है। इस्लाम में पाकि नापाकी भी एक बहुत बड़ा मसला है यहाँ पर हम आपको Paak Karne Ka Tareeqa बता रहे है।
आज हम आपको एक बहुत ही ख़ास दुआ के बारे में बताएँगे rabbana atina fid dunya जो की क़ुरान में सूरह बक़रह की आयात नंबर 201 में है। जब भी आप ये दुआ पढ़ते है तो आप के पास एक खास मकसत होता है और अल्लाह ताला जानते है की आपके दिल में क्या है।