नाखून काटने का सुन्नत तरीका। Nakhun Katne ka Sunnat Tarika

नाखून काटने का सुन्नत तरीका। Nakhun Katne ka Sunnat Tarika 1

      “अस्सलाम वालेकुम दोस्तों” हम मुसलमानों के लिए पाक साफ सफाई आधा ईमान होता है। गुसल करने का तरीका, बाल काटने का तरीका, और नाखून काटने का भी पाक तरीका होता है और अगर हम उन तरीकों को नहीं अपनाते हैं तो हमें गुनाह भी मिलते हैं।

जैसे कि आपने सुना ही होगा कि अगर 40 दिन से पहले तक नाखून ना काटे गए तो वह मुसलमान गुनहगार कहलाएगा। 

हजरत सैयद अनस रजि अल्लाह अनहा ताला ने फरमाया की जो मूछें और नाखूनों और बगल के बाल 40 दिन से ज्यादा छोड़ देगा वह गुनहगार है और 40 दिन का वक्त मुकर्रर किया गया है।

बहुत से मुसलमानों को नाखून काटने तक का सही तरीका नहीं पता है वह अपनी मर्जी से जब चाहे तब नाखून काट देते हैं और ऐसा मैंने भी कई बार देखा है कि लोग 40 दिन से ज्यादा नाखून छोड़ देते हैं या तो उसे काटते ही नहीं या फिर अपने मनमर्जी के मुताबिक से काटते हैं।

 लेकिन ऐसा करना गलत है क्योंकि नाखून काटने का सही तरीका आना बहुत ज्यादा जरूरी है।

जिन मुसलमानों को नाखून काटने का सही तरीका नहीं पता है आज हम आपको Nakhun Katne ka Sunnat Tarika बताने वाले हैं उसके बाद आप इसी तरीके से नाखून को काटे और गुनाह से बचें।

ये भी पढ़ें : जन्नत का हसीन मंजर

 नाखून काटने का सही तरीका

(1) दाहिने हाथ के नाखून को काटने का सुन्नत तरीका

नाखून काटना सबसे पहले दाहिने (सीधे हाथ) हाथ से शुरू करना चाहिए यानी कि दाहिने हाथ की शहादत की उंगली से शुरु करते हुए छोटी उंगली तक काटे और अंगूठे के नाखून को छोड़ दें। 

 (2) बाएं हाथ के नाखून को काटने का सुन्नत तरीका –

दाहिने हाथ के नाखून काटने के बाद बाएं हाथ की सबसे छोटी उंगली के नाखून से शुरुआत करें और उसके बाद अंगूठे के नाखून को भी काट लें इतना करने के बाद आखिर में दाहिने हाथ के अंगूठे के नाखून को काटे। 

यह हाथ के नाखूनों को काटने का सुन्नत तरीका है और इन तरीकों से ही हम मुसलमानों को नाखून काटना है ऐसा नहीं कि आप अपनी मर्जी के हिसाब से किसी भी उंगली से नाखून काटना शुरू कर दे ऐसा बिल्कुल नहीं करना है हमने जिस तरीके से आपको बताया है इस तरीके से ही शुरुआत करें और इसी तरीके से खत्म भी करें।

(3) पैर के नाखून काटने का तरीका-

पैर के नाखून काटना आप दाहिने पांव की छोटी उंगली से शुरू करें और अंगूठे तक नाखून काट ले और फिर बाएं पांव के अंगूठे से काटना शुरू करके छोटी उंगली में खत्म करें। 

ध्यान रहे कि हाथ के नाखून और पैर के नाखून काटने का तरीका दोनों बहुत अलग है इसलिए इन अलग तरीकों से ही हाथों और पैरों के नाखूनों को काटे। 

ये भी पढ़ें : अल्लाह की कुदरत और अल्लाह की नेमतें

नाखून ना काटने से क्या होता है

जो शक्स 40 दिन तक नाखून नहीं काटता और नमाज कायम रखता है तो उनकी नमाज कुबूल नहीं होती है क्योंकि मुसलमान में पहला फर्ज साफ-सफाई और पाक साफ रहना है।

 नाखून ना काटने से मुकम्मल तौर पर वजू नहीं होता और जब वजू ही ना हो तो नमाज तो बिल्कुल नहीं हो पाएगी इसलिए अगर आप नमाज पढ़ते हैं तो सबसे पहले एक मुकम्मल वजू करें और एक मुकम्मल वजू करने के लिए 40 दिन से पहले नाखूनों का काटना बहुत जरूरी है।

   इसके अलावा नाखून काटने के नुकसान में सबसे बड़ा नुकसान यह है कि हमारे नबी करीम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की सुन्नत छूट जाएगी।

ये भी पढ़ें शबे कद्र की फजीलत

नाखून ना काटने से कई सारे जरासिम (Bacteria) भी पैदा होते हैं अगर वक्त पर नाखून ना काटे जाए तो जरासीम पेट में जाकर नुकसान पहुंचाते हैं। 

ख्वातिनो में आजकल नाखून बड़ा रखना फैशन बन चुका है वह नाखूनों में तरह-तरह के डिजाइन बनाती है और उसका खास ख्याल भी रखती है जोकि सरासर नाजायज और गुनाह है हमारे हाथों की खूबसूरती छोटे नाखूनों में ही है ना कि बड़े नाखूनों में।

नाखून बढ़ाने से टाइफाइड पेचिस जैसी खतरनाक बीमारियां होने का खतरा बना रहता है क्योंकि एक रिसर्च के मुताबिक यह बताया गया है कि ज्यादा दिनों तक नाखून ना काटने से ऐसी खतरनाक बीमारियां हो जाती है। 

सबसे ज्यादा नाखून ना काटने से जो नुकसान है वह है तंगी और रिज्क में कमी जो कि किसी इंसान के लिए भी बहुत परेशानियां पैदा कर देता है।

ये भी पढ़ें : इस्लाम में परदे की अहमियत

 क्योंकि हम मुसलमान जब हाथ उठाकर अल्लाह पाक से दुआ करते हैं तो सबसे पहले हम यही दुआ करते हैं कि हमारे रिज्क में बरकत हो और हमारी उम्मत के सभी लोगों के रिज्क में बरकत हो लेकिन एक छोटी सी गलती की वजह से हमारा रिज्क हमसे छीना जाता है।   

नाखून काटने के फायदे

  हमारे हुजूर पाक सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की सुन्नतों को अपनाना हमारा फर्ज है और अगर हम इनके फर्ज को अपनाते हैं तो इसे हमारा ही फायदा है क्योंकि एक सुन्नत को जिंदा करना 100 शहीदों के बराबर अर्ज का सवाब है और अगर ना करें तो नुकसान ही नुकसान है। 

40 दिन हो जाने पर नाखून काटने वाला इंसान कभी भी नापाक नहीं रह सकता वह पाक साफ हो जाएगा लेकिन जो इंसान जुम्मा के दिन नाखून काटता है वह अगले 10 दिन तक उसकी बरकत पाता है।

 कहा जाता है कि जुम्मे के दिन नाखून काटने से जिस्म से कई सारी बीमारियां दूर हो जाती है इसके साथ ही साथ हाथों की उंगलियां भी बहुत अच्छी दिखती है।

अल्लाह पाक ने शैतानों का अलग रूप दिया है और हम इंसानों का अलग रूप दिया है इसमें से नाखून भी शैतानों का ही हिस्सा है क्योंकि बड़े नाखून रखना शैतानों का काम है और हम अपने हुजूर पाक सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के उम्मती है हम शैतानों वाले काम क्यों करें।

 इसलिए हमें नाखून भी नहीं बढ़ाना चाहिए और हो सके तो हर जुम्मे या फिर एक जुम्मे को छोड़कर दूसरे जुम्मे को अपने नाखूनों को काटे इससे हमें फायदा भी होगा और सुन्नत भी बनी रहेगी।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें : नाखुन काटने का सुन्नत तारिका

किस मौके पर नाखून नही काटे जाते है

वैसे तो हमें कभी भी नाखून काटने से रुकना नहीं चाहिए ना ही जुम्मे का इंतजार करना चाहिए क्योंकि अगर 40 दिन जुम्मा आने से पहले हो जाए या फिर हमारे नाखून बहुत ज्यादा बढ़ जाए तो आप जुम्मे से पहले भी नाखून काट सकते हैं।

 लेकिन एक ऐसी चीज है जिस पर आप नाखून नहीं काट सकते और वह है कुर्बानी। क्योंकि जब किसी शख्स के नाम से कुर्बानी होती है तो कुर्बानी होने तक अपने नाखून को नहीं काटा जाता है कुर्बानी होने के बाद फौरन अपने नाखूनों को आप काट सकते हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *