अल्लाह की कुदरत और अल्लाह की नेमतें

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अस्सलाम अलैकुम दोस्तों,, कल में अपने सहेली आसमा के घर गई थी तो वो अपने शागिर्द रेहान और उसके भाई अरमान साथ ही रुकैया को अल्लाह की कुदरत के बारे में बता रही थी तो मैंने सोचा क्यू ना मैं आप लोगों के साथ इस बात को शेयर करूं।

तो शुरूआत ऐसे हुई की – सब हंसी मजाक कर रहे थे तो अचानक बारिश की बूंदें गिरने लगी तो रेहान ने आसमा से पूछा की टीचर बारीश क्यूं होती है तो आसमा ने कहा की ये अल्लाह की कुदरत है तो फिर रेहान ने पूछा कि टीचर अल्लाह की और कितनी सारी कुदरत है आप हमें अच्छी तरह बताइए ना तो तभी आसमा ने बताना शुरू किया कि अल्लाह की क्या-क्या कुदरत है उसने शुरुआत की ओर कहा –

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बर्फीले पहाड़ों में अल्लाह की कुदरत

अगर तुम किसी गर्म चीज के पास बर्फीली चीज रखते हो तो वह पिघलने लगेगी तो रेहान ने कहा कि हां ऐसा होता है तो आसमां ने कहा कि बड़े-बड़े इलाकों में सर्द के मौसम में ऊंची चोटी पर बर्फ जम जाते हैं जबकि जमीन के मुताबिक सूरज की गर्मी ऊंचे पहाड़ों पर ज्यादा पड़ती है लेकिन फिर भी वह बर्फ नहीं पिघलते हैं।

यह अल्लाह की कुदरत में से एक कुदरत है । क्योंकि जब हम इंसानों पर सूरज की रोशनी पड़ती है तो हमें कितनी गर्मी लगने लग जाती है हम जमीन पर कोई बर्फ रखते हैं और उस पर सूरज की रोशनी पड़ती है तो वह तुरंत पिघलना शुरू हो जाती है तो सोचो कि बर्फ की चोटी सूरज के कितने पास होगी लेकिन फिर भी बर्फ नहीं पिघलता है।

हवा और पानी में सांस लेने की कुदरत

अब रेहान को अल्लाह की कुदरत के बारे में जानने की दिलचस्पी बढ़ी और वह आसमा से पूछता गया कि टीचर और भी अल्लाह की कुदरत हैं तो हमें बताइए ना तो फिर आसमा ने हवा और पानी में सांस लेने की कुदरत रेहान को बताई।

आसमा ने बताया कि हम जिस तरह पानी में सांस नहीं ले पाते हैं सिर्फ और सिर्फ हवा में ही सांस ले सकते हैं उसी तरह मछलियां सिर्फ पानी में सांस लेती है वह अगर पानी से बाहर आती है तो मर जाती है उसी तरह अगर हम भी पानी में समुंद्र में तालाब में डूब जाते हैं।

तो हम भी सांस नहीं ले पाते हैं तो यह भी अल्लाह की कुदरत ही हुई क्योंकि अल्लाह ने सभी को कुछ सोच समझकर ही बनाया है और उन्होंने अपनी कुदरत से इस दुनिया को एक खूबसूरत मोड़ दिया है ।

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समुंद्र में अल्लाह की कुदरत

अब आसमां ने लगातार बताना शुरू कर दिया कि अल्लाह की कितनी सारी खुदरतें हैं उसने फिर समुंद्र से जुड़ी अल्लाह की कुदरत के बारे में जानकारी दी मुझे भी यह सभी बातें सुनने में बहुत अच्छा लग रहा था तो मैं साइड में बैठकर यह सारी बातें सुन रही थी समुद्र से जुड़ी बात आसमा ने कही उसने बताया कि – समुंद्र सिर्फ एक ही जगह पे क्यों रहता है।

वो अगर अपने दायरे से बाहर भी आता है तो एक हद तक आता है लेकिन अगर वो अपने दायरे से बाहर आ जाए तो भारी नुकसान हो जायेगा वो तो बेजान चीज है उसे कुछ नहीं पता लेकिन यह सभी चीजों की बागडोर अल्लाह के हाथों में है अल्लाह ताला इन सभी चीजों पर काबू रखते हैं और इसीलिए कहा जाता है ना कि समुंद्र अल्लाह ताला की खूबसूरत कुदरत में से एक है।

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कोशे कजा( रैंबो) में अल्लाह की कुदरत

तभी अचानक से रेहान के भाई अरमान कहने लगता हैं की टीचर जो आसमान में कलरफुल रैंबो आता है उसके बारे में हमने स्कूल में पढ़ा है तो यह भी क्या अल्लाह की कुदरत है तो आसमां ने बताया कि बिल्कुल यह भी अल्लाह ताला की एक कुदरत ही है क्योंकि यह मुख्तलिफ रंग आसमान के ऊपर एक खूबसूरती इजाफा करते हैं।

जिसको देखकर इंसान सोचने पर मजबूर हो जाता है कि इतने ऊंचे आसमान पर पेंटिंग कौन कर सकता है और चंद मिनटों में ही इतनी खूबसूरत कलरफुल लड़ियां कहां से आ सकती है तो यह भी बेशक अल्लाह की एक कुदरत है । कहते हैं कि जब अल्लाह पाक खुश होता है तो वह आसमान को रंग देता है जिसे हम रैंबो कहते हैं।

फिर तभी आसमा ने पुछा की ऐसा कब होता है मुझे तो इस बात की जानकारी नहीं थी तो मैं वहां पर चुप हो गई फिर उसने कहा कि जब बारिश के मौसम में बारिश होते होते हल्की धूप आ जाए तब उसी वक्त 7 रंगों वाली कोशे कजा ( रैंबो) आसमान पे बन जाती है ।

अब घर के और बच्चे भी आकर बैठ गए और आसमा की बातें सुनने लगे फिर उन्होंने भी पूछा कि इसके अलावा और क्या-क्या अल्लाह की कुदरत है तो वह और आगे बढ़ते गई और उसे भी बताने में मजा आ रहा था क्योंकि बच्चे बड़े चाव के साथ सुन रहे थे फिर आसमां ने बताया कि।

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जमीन – अल्लाह पाक की कुदरत

सभी बच्चे नीचे ही बैठे हुए थे आसमां ने कहा कि आप जिसके ऊपर बैठे हैं वह भी अल्लाह पाक की एक नैमत है तो सभी पूछने लगे कि हम तो चटाई पर बैठे हैं तो आसमां ने बताया कि चटाई के नीचे जो जमीन है वह भी अल्लाह पाक की कुदरत है जरा सोचिए अगर जमीन नहीं होती।

तो हम किस पर घर बनाते और हम कभी कभी जमीन पर सो भी जाते हैं तो हम कैसे अपना गुजारा करते अगर जमीन नहीं होती तो फिर हमारे लिए जिंदगी के तमाम जरूरी चीज़ें खाने-पीने अनाज यह सब कैसे पैदा होते।

जैसे कि जब कोई इंतकाल करता है तो उसे जमीन पर ही दफनाया जाता है बदबूदार चीजें और मुर्दार जिनके बदबू से हम को तकलीफ होती है ऐसी चीजों को हम जमीन में दफन करके खराब हवा के असर से महफूज हो जाते हैं।

हवा अल्लाह पाक की कुदरत है

हवा कभी एक रुख में नहीं बहती वह हमेशा इधर-उधर होते रहती है और उसी तरह बादल भी इधर-उधर होते रहते हैं । हवा बराबर बादलों को ऐसी जमीन पर ले जाकर बारिश बरसाती है जहां की जमीन सुखी और पानी के लिए प्यासी हो अगर अल्लाह ताला बादलों पर यह जिम्मेदारी नहीं लगाते तो बादल पानी के बोझ से दबके ही एक ही जगह पर ठहरे रह जाते और बागान खेत सूखे ही रह जाते।

जरा सोचिए अगर देखें तो अल्लाह की बनाई हुई सभी चीजों में कुछ ना कुछ नेमतें बख्शी हुई है उन्होंने सभी चीजों में कुछ ना कुछ फायदे रखे हैं।

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अल्लाह की कुदरत में से एक जबान

आसमा ने बच्चो को बड़े प्यार से पूछा कि बताओ बच्चों अगर जबान नहीं होती तो हम क्या-क्या चीजें नहीं कर पाते तो बच्चों ने कहा कि हम बोल नहीं पाते मैंने कहा एक और चीज है जो नहीं कर सकते तो बच्चों ने पूछा कि क्या तो आसमा ने ही बता दिया की अगर हमारी जबान नहीं होती तो हम जो भी चीजें खाते हैं।

उसका स्वाद हमें कभी पता नहीं चलता हमें हर चीजों का जायका जबान के बदौलत ही मालूम होता है । और साथ ही साथ जवान के मदद से ही हम बोल पाते हैं जब दिल में कोई बात आती है तो दिमाग उस पर गौर करके अल्फाज कलीमा जमा करता है वो अल्फाज जबान से निकल जाते हैं।

नाक – अल्लाह की कुदरत की निशानी है

यह बात सुनकर मैं भी थोड़ी देर के लिए सोचने लग गई की नाक अल्लाह की कुदरत कैसे हो सकती है लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा क्योंकि मैं यह समझ नहीं पाई थी फिर उसने जब बताना शुरू किया कि अल्लाह ने नाक में दो नथने बनाए हैं।

उसमें “कुव्वते हास्सा और शाम्मा “यानी कि किसी भी चीज को सूंघकर महसूस करने की ताकत जिसमें नाक खाने पीने की चीजों को सुनकर ही समझ जाता है कि यह चीजें क्या है नाक अच्छे और बुरे चीजों को सूँघकर ही फर्क बता देता है।

यह भी अल्लाह ताला की एक बहुत ही बड़ी नेमत है बच्चे इस बात को सुनकर अपने नाक को छुने लगे तो सभी हंसने लग गए फिर इसके बाद आसमां ने आगे और बताना शुरू किया।

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नींद आना

आसमा ने बच्चों से पूछा कि जब आपके अम्मी अब्बू और आप लोग थक जाते हो तो क्या करते हो तो बच्चे ने बताया कि सो जाते हैं तो आसमां ने पूछा कि जरा सोचिए अगर हमें सोने की तौफीक नहीं मिलती तो हम दिन भर काम करके थक जाते और फिर उसके बाद हम क्या करते हम उसी तरह थके हुए ही दोबारा फिर से काम करते लेकिन अगर हम थके होने के बाद सो कर दुबारा से उठकर अगर काम करते हैं।

तो इससे हमें तंदुरुस्ती लगती है और हम थका हुआ भी महसूस नहीं करते तो बच्चों ने कहा कि हां ऐसा ही होता है जब हम थके हुए होते हैं और सो कर उठ जाते हैं तो फिर हम तरोताजा महसूस करते हैं तो फिर आसमा ने कहा कि अल्लाह ताला ने यह नेमत अमीर गरीब जाहिल आलीमात बादशाह फकीर सबको दी है और अल्लाह ने अपनी सभी नेमतों को सभी इंसानों में बख्शा है ।

उसके बाद बहुत समय हो गया था मगरिब की अजान हो गई थी और बच्चों को घर जाने में देरी हो जाती तो आसमां ने कहा कि यह सभी चीजें अल्लाह की कुदरत है और इतना बता कर उन्हें कलीमा पढ़ाकर छुट्टी दे दी।

तो मैंने सोचा क्यों ना मैं आप लोगों के साथ यह पोस्ट शेयर कर दूं और आप लोगों तक भी इन सभी बातों को पहुंचा दु कि अल्लाह की कितनी सारी कुदरतें हैं जो हम नहीं जानते हैं जो हमें नहीं पता है और भी कई सारी कुदरत है देखा जाए तो हर छोटी-बड़ी चीजों में अल्लाह की कुदरत है इसलिए हर चीजों की कदर की जाती है।

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बच्चों को यह सभी बातें इतनी ज्यादा अच्छी लगी कि उन्होंने कहा कि टीचर जब कल हम आएंगे तो आप फिर से हमें यह सभी बातें बताइएगा।

वैसे ही अगर आप अपने घर में भी अपने बच्चों को या फिर आप अगर दूसरे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते हैं तो उन्हें ऐसी जानकारी दें उन्हें भी दिन तालीम बताएं और ऐसी चीजें बताएं बच्चों को ऐसी बातें बहुत अच्छी लगती है और हमारे मजहब में दूसरों तक ऐसी बातें पहुंचाने पर बहुत सवाब भी होता है तो आप भी सवाब लेने से पीछे मत हटिएगा इन सभी बातों को दूसरों तक शेयर करिएगा।

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