हर मुसलमान जान ले सूरह यासीन की फ़ज़ीलत और बरकतें

हुजूर अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो शख्स दिन के शुरू हिस्से में सुरेह यासीन पढ़ लेता है तो उसके पूरे दिन की जरूरते सुरेह यासीन की बरकत से पूरी कर दी जाती है। सूरेह यासीन से हमारे बिगड़े हुए काम बनते हैं।
इस आर्टिकल में मै बताऊगी सूरह यासीन की फ़ज़ीलत और बरकतें पुरा आर्टिकल जरूर पढ़े क्योंकि सुरह यासीन शरीफ को क़ुरान का दिल भी कहा जाता हैं।
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आज लोगों को देखा गया है की वो दूसरों से सूरह पढ़वाते हैं तो फिर आपको वो रूहानियत और वह बरकत नहीं हासिल हो सकती है जो आपको खुद पढ़ने से होगी। इसीलिए कोशिश यह करना चाहिए की हम खुद पढ़ें अगर पढ़ना नहीं आता तो पढ़ना सीखना चाहिए।
सूरह यासीन हुजूर अकरम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की सबसे पसंदीदा सूरह थी। आप सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया की इस जमीनों आसमान को बनाने से 1000 साल पहले अल्लाह ताला ने सूरह यासीन की तिलावत फरमाई। जब फरिश्तों ने सुना तो कहने लगे खुश किस्मत होगी वो उम्मत जिन पर यह सूरह नाजिल होंगी और वो जबानें जो इस सुरह की तिलावत करेंगी।
सुरेह यासीन तो हम लोगों को जबानी याद होना चाहिए और रोजाना फजर की नमाज़ पढ़ने के बाद सुरेह यासीन की तिलावत हम लोगों को करना चाहिए। नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया की हर चीज का एक दिल होता है और कुरान का दिल सूरह यासीन है।
आगे सूरह यासीन की और भी फ़ज़ीलत बताने वाली हुँ इसलिए जल्दी से आर्टिकल को शेयर कर दीजिए।
नबी अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया
जो एक मर्तबा सूरए यासीन पढ़ेगा अल्लाह तआला उस के लिये दस मर्तबा कुरआन पढ़ने का सवाब लिखेगा ।
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जो शख़्स दिन की इब्तिदा में Yaseen Sharif Ki Tilawat करेगा , उस की हाजात पूरी कर दी जाएंगी ।
जो रास्ता भूल जाने के वक़्त पढ़े उसे रास्ता मिल जाएगा , जो गुमशुदा चीज़ के लिये पढ़े उसे पा लेगा और जिस ने खाने के वक्त उस के कम होने की हालत में तिलावत की तो वोह उसे किफ़ायत करेगा ,
जिस ने किसी मरने वाले के पास इस की तिलावत की उस पर नरमी की जाएगी , जिस ने किसी ऐसी औरत के पास इस की तिलावत की जिस पर बच्चे की विलादत तंग हो उस पर आसानी होगी
जिस शख्स का हर रात सूरह यासीन पढ़ने का मामुल हो फिर वो शख्स अपने बिस्तर पर मर जाये तो अल्लाह ताला उसको शोहदा में शामिल फरमाएगा।
सूरह यासीन हमारे गुनाहों को माफ कराने का भी जरिया है।
अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया के इस सूरत को पढ़ा करो यह सूरत अपने पढ़ने वाले के लिए आखिरत के दिन सफाअत करेगी।
मेरे अज़ीज़ भाइयों और बहनों क्या आपको सूरेह यासीन पढ़ना आता है अगर नहीं जानते तो पढ़ना सीखिए और अगर पढ़ना जानते हो तो पढ़िए और रोजाना पढ़िए।
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दोस्तों उम्मीद है कि आप इन बातों पर गौर करेंगे अल्लाह आप को और मुझे सूरह यासीन पढ़ने की तौफीक अता फरमाए। आप इस आर्टिकल को जयादा से ज़्यादा लोगो के साथ शेयर करे और सवाब हासिल करें।
अगर किसी शख्स पर जादू टोने का असर हुआ है तो वह सूरह रहमान की तिलावत करें इससे बुरी नजर और जादू टोने से अल्लाह पाक उसकी हिफाजत फरमाते हैं। सूरह रहमान की पूरी फ़ज़ीलत जानने के लिए इस आर्टिकल को देखें और शेयर करें।
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