दुनिया में बहुत सारे रिश्ते होते हैं जैसे भाई -बहन ,चाचा- चाची, मामा- मामी दादा -दादी ,नाना -नानी, लेकिन इन सारे रिश्तो से ऊपर और सबसे बड़ा रिश्ता होता है वालदेन का रिश्ता( मां बाप का रिश्ता) Ma Baap Ka Huq अपने बच्चे पर सबसे ज्यादा होता है।
इस आर्टिकल में मै बताऊगी वालेदैन के वो हुकूक जो 99% लोग नहीं जानते। मां-बाप की खिदमत से ही औलाद को जन्नत मिलती है और मां बाप की नाफरमानी करने से दोजक भी मिलता है। इसलिए आर्टिकल को आख़िर तक पूरा जरूर पढ़िए
चलिए शुरू करते हैं
मां बाप का औलाद पर कितना हक है
मां बाप का औलाद पर बहुत बड़ा हक होता है मां जो कि हमें पैदा करने के लिए इतनी तकलीफ है उठाती है हमें बड़ा करने के लिए रात रात भर सोती नहीं है नींद को कुर्बान कर देती है
और बाप जो कि हमारी परवरिश के लिए कोई कमी नहीं छोड़ता है वह खुद मेहनत करता है लेकिन हमें कोई परेशानी नहीं होने देता है मां बाप अपनी औलाद के लिए हर तरह की परेशानी से लड़ते हैं।
माँ बाप की नाराज़गी
अगर कोई मां-बाप अपने बच्चे से नाराज हैं और उस बच्चे की मौत हो जाती है तो उस बच्चे की बक्शीश भी नहीं होती है लेकिन अगर मां-बाप उसे माफ कर देते हैं तो उसकी बक्शीश मुमकिन है
बच्चों को अपने मां बाप का दिल कभी भी नहीं दुखाना चाहिए क्योंकि मां-बाप का दिल दुखता है तो बच्चा कभी भी खुश नहीं रह पाता है यहां तक कि अगर कोई नमाज पढ़ रहा हो और उसकी मां पीछे से आवाज लगाती है तो वह नमाज तोड़कर अपनी मां को जवाब दे सकता है
अल्लाह ताला ने मां बाप का रुतबा बहुत ही बड़ा बनाया है मां अगर जन्नत है तो बाप उसकी कुंजी है
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मां-बाप को हमेशा खुश रखना चाहिए
जब हम पैदा होते हैं तो हम अपने आप कुछ भी नहीं कर सकते हैं हमारी मां हमें चलना सिखाती है बोलना सिखाती है खाना सिखाती है पीना सिखाती है दुनिया के बारे में हर चीज हम अपनी मां से ही सीखते हैं मां बाप के बिना हमारा कोई अस्तित्व नहीं होता है
हम जब बड़े होते हैं तो हमारे मां-बाप से ज्यादा खुश कोई नहीं होता है क्योंकि वह हमें इस आस पर बड़ा करते हैं कि बड़े होकर हम उनके बुढ़ापे का सहारा बनेंगे और उनका सोचना भी गलत नहीं होता है लेकिन बहुत से बच्चे उनके इस सपने को तोड़ देते हैं वह बड़े होते हैं और अपने मां बाप को ही बो झ समझने लगते हैं
लेकिन यह बात बहुत ही गलत है हमें हमेशा अपने मां बाप को खुश रखना चाहिए उनका कभी भी दिल नहीं दुखाना चाहिए अगर मां हमें डांट थी भी है तो कभी भी हमारा बुरा नहीं चाहती है मां-बाप को नाराज करना मतलब ऊपर वाले को नाराज करने के बराबर है
वालेदैन की नाराजगी दूर करे
अगर मां-बाप हमसे नाराज हैं तो ऊपर वाला भी हमें कभी खुश नहीं रहने देगा हमें अपने मां बाप की सेवा करनी चाहिए उन्हें खुश रखना चाहिए क्योंकि उनकी दुआ इंसान के नसीब को बदल सकती है
माँ बाप ही एक ऐसी हस्ती होते है जो हर तरह से अपने बच्चो का ख्याल रकते है वो अपने बच्चो को दुनिया की हर आराम आशायिश देना चाहते है वो सोचते है की उनका बच्चा हर तरह से खुश रहे वो खुद तो तकलीफ झेल सकते है पर अपने बच्चो को कभी तकलीफ में नहीं देख सकते है।
माँ बाप ही होते है जो अपने बच्चो की हर परेशानी को जान जाते है की बच्चे को क्या चाहिए या क्या नहीं चाहिए बचपन से लेकर जवानी तक वो पूरी तरह से ख्याल रखते है।