नमाज़े जनाज़ा की दुआ नियत और तरीका

नमाज़े जनाज़ा की दुआ नियत और तरीका

जनाजे की नमाज का तरीका बहुत से लोगों को नहीं पता है लेकिन जनाजे की नमाज में भी बहुत सारे फजीलत है।इसे पढ़ना भी बहुत जरूरी होता है अल्लाह पाक जनाजे की नमाज पढ़ने वाले लोगों से बहुत खुश होते हैं क्योंकि जो नमाज जो दुआ दूसरों के लिए अदा की जाती है अल्लाह पाक उन्हें कुबूल फरमाते हैं और उनसे बहुत खुश होते हैं

सच्चा मोमिन कौन है ?

सच्चा मोमिन कौन है ?

सच्चा मोमिन वही होता है जो अल्लाह पाक को दिल से याद करें और हमेशा उनका जिक्र करें । जिसे अल्लाह की याद से ही सुकून मिलने लग जाए वही है सच्चा मोमिन। सच्चे मोमिन तकब्बुर नही करते अल्लाह फरमाते है सच्चा मोमिन वही है जो अपनी दुआओं में दूसरो को याद रखे। हम आपको सच्चे मोमिनों की कुछ निशानियां बताने जा रहे है

सदका खैरात करने की फ़ज़ीलत

सदका खैरात करने की फ़ज़ीलत

 क्या आप जानते हैं इस्लाम में सदका खैरात करने की फ़ज़ीलत क्या होती है जब कोई मुसलमान भाई अल्लाह की राह में मांगने वाले गरीबों और फकीरो पर अपने माल और दौलत को खर्च करता हैं। तो उसको सदक़ा खैरात कहते हैं। इस बारे में बहुत सी हदीसें सामने आई हैं। उन सब के बारे में जननेगे। तो आज की आर्टिकल में हम लोग जानने की कोशिश करेंगे आखिर इस्लाम में सदका खैरात करने की फ़ज़ीलत क्या-क्या है।

इस्लाम में सलाम की अहमियत

इस्लाम में सलाम की अहमियत

क्या आप जानते हैं इस्लाम में सलाम की भी अहमियत होती है जब किसी मुसलमान भाई किसी मुसलमान भाई से मुलाकात करता है। तो सबसे पहले सलाम करने का हुकुम होता है। अगर कोई मुसलमान भाई किसी मुसलमान भाई को सलाम करता है तो उसको सलाम का जवाब भी देना बहुत ही जरूरी होता है यह एक सुन्नत है।

इस्लाम में अमानत की अहमियत क्या हैं

इस्लाम में अमानत की अहमियत क्या हैं

ऐ ईमान वालो अल्लाह और उसके रसूल के साथ ख्यानत न करो के तुमने अल्लाह तआला से अमानत ली थी और अल्लाह के रसूल ने तुम्हे अमानत के बारे में बता दिया था, इस अमानत के खिलाफ खयानात न करो, और जो आमनाते तुम्हारे मौज़ूद है उनको ठीक-ठीक इस्तेमाल करो, अमानत का सबसे पहला मफ़हूम ये है।

इस्लाम में कबीरा गुनाह और सग़ीरा गुनाह क्या है?

इस्लाम में कबीरा गुनाह और सग़ीरा गुनाह क्या है?

इस्लाम में कबीरा गुनाह और सग़ीरा गुनाह क्या होता है आज के आर्टिकल में जानेंगे की कबीरा गुनाह और सग़ीरा गुनाह क्या है? हर गुनाह की दो किस्म है और दोनो किस्म के गुनाहों से तौबा करना लाजिम है। सग़ीरा गुनाह छोटे-छोटे गुनाह होते हैं जबकि कबीरा गुनाह बड़े-बड़े गुनाह होते हैं। तो इस आर्टिकल को पूरा आखिर तक पढ़े और समझने की कोशिश करें सग़ीरा गुनाह और कबीरा गुनाह क्या होते हैं।

इस्लाम में हलाल और हराम की कमाई को समझें

इस्लाम में हलाल और हराम की कमाई को समझें

इस्लाम में कहा गया है हलाल और हराम में फर्क समझकर ज़िन्दगी गुज़ारना हर मुस्लमान के ऊपर फ़र्ज़ हैं हलाल कमाई में जहाँ बेशुमार फायदे हैं वही हराम की कमाई में ज़िन्दगी गुज़ार ने में बेशुमार तबाही और बर्बादी होती हैं।

बैतुलखला की दुआ इन हिंदी इंग्लिश अरबी और उसकी सुन्नतें

बैतुलखला की दुआ इन हिंदी इंग्लिश अरबी और उसकी सुन्नतें

क्या आप बैतूल खला जाने और निकलने की दुआ सीखना चाहते हो? तो आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कि टॉयलेट [बैतूल खला] में जाने और उससे बाहर निकलने की दुआ कौन-कौन सी है।

दुआ मांगने का सही तरीका

दुआ मांगने का सही तरीका

क्या आप दुआ मांगने का सही तरीका जानना चाहते हैं ? तो इस आर्टिकल को पुरा आख़िर तक पढ़ें अल्लाह से दुआ मांगने का सही तरीका क्या हैं जानेंगे सही हादीस से और आप जानेंगे दुआ मांगने के क्या आदाब होते हैं।

Bakrid Kyu Manate Hai

Bakrid Kyu Manate Hai

आज के इस आर्टिकल में बताएँगे की bakrid kyu manate hai इस्लाम में क़ुरबानी अल्लाह के दो मेहबूब बन्दों हज़रत इब्राहिम अलैहिस्लाम और हज़रत इस्माइल अलैहिस्लाम की सुन्नत और याद में दी जाती है। जिसको बरक़रार रखने के लिए अल्लाह ताला ने अपने प्यारे रसूल की उम्मत पर क़ुरबानी वाजिब की है। जिन लोगो पर भी फितरा वाजिब होता है उन पर क़ुरबानी भी वाजिब होती है। जिसकी भी क़ुरबानी की हैसियत हो उस पर क़ुरबानी वाजिब है।