उधार लेना देना एक दूसरे की जरूरत है कोई भी ऐसा नहीं है जिसको इसकी जरूरत न पड़ती हो चाहे अमीर हो या गरीब हर किसी को कभी ना कभी उधार लेने की जरूरत पड़ती है लेकिन आजकल उधार देना बहुत ही मुश्किल हो गया है और उधार लेने वाला लेकर ऐसा बोलता है कि जैसे कभी लिया ही नहीं, वह वापस करने की सोचता भी नहीं इस आर्टिकल में मै बताऊगा उधार लेन देन करने का ऐसा तरीका जिससे आपका पैसा कभी नहीं डूबेगा इसलिए आर्टिकल को आख़िर तक पूरा जरूर पढ़ें।
ये भी पढ़ें : रसूल अल्लाह की क़ीमती नसीहतें
चलिए शुरू करते हैं
इस्लाम में भीख मांगना जायज नहीं है लेकिन किसी की परेशानी के वक्त उसको उधार के जरिए से मदद करना बहुत ही सवाब का काम है लेकिन आजकल लोग मदद करना चाहते भी हैं लेकिन नहीं करते क्योंकि
जो उधार लेता है वह देने वाले को इतना परेशान करता है कि आगे से वह किसी को भी उधार देने से पहले हजार बार सोचता है, इसमें कुछ लोगों की मजबूरी होती है लेकिन ज्यादातर लोगों की जानबूझकर की गई शरारत होती है
उधार लेन देन की कुछ परेशानियां
उधार लेने वाला कब वापस करेगा उसका टाइम नहीं बताता।
उधार देते वक्त कोई भी लिखा पढ़ी नहीं करते, इसको लेना वाला अपनी तौहीन समझता है।
उधार वापस मांगने वाले को बुरा समझते हैं और ज्यादा कहने पर रिश्ता तोड़ देते हैं
अब कोई भी उधार नहीं देना चाहता जिससे कि जो वाकई में जरूरतमंद है उनका नुकसान होता है और वो बैंकों से कर्ज लेते हैं और सूद के चक्कर में फंस कर तबाह हो जाते हैं।
यह भी पढ़े : उधार लेन देन कैसे करें
इस्लाम में सूद लेना और देना दोनों हराम है।
अब बात करते है उधार लेन देन के इस्लामी तरीके की
उधार लेने वाले को उधार लेते वक्त लिखवाना जरुरी है।
दो गवाह जरुरी है।
उधार वापस करने की तारीख तय होना चाहिए।
उधार लेने वाला बहुत ही गरीब है तो वह माफ कर दे, इससे बहुत सवाब मिलेगा।
अगर लेने वाला आसानी से उधार वापस कर सकता है लेकिन फिर भी नहीं दे रहा है तो फिर हर मुमकिन कोसिस कर के वसूले।
जब शरीयत के हिसाब से सारा काम करेंगे तो उसमें अल्लाह की मदद भी शामिल हो जाती है जिससे उधार लेने वाले को अल्लाह ताला अपनी खास मदद से उसको इस काबिल बनाते हैं कि वह उसको वापस कर सकें। फिर भी अगर उधार वापस नहीं मिलता तो अल्लाह ताला अपनी तरफ से पूरा कर देते हैं और आजरो सवाब अलग से देते हैं
ये भी पढ़े :- नमाज़ छोड़ने के गुनाह
उधार वापस ना करना बहोत बड़ा गुनाह है आखिरत में उधार नहीं चुकाने वाले को अपनी नेकियां देनी पड़ेगी जो कि बहुत ही भारी पड़ेगी।
आप को लगता है की ये आर्टिकल किसी के थोड़ा भी काम आ सकता है तो उसके साथ शेयर जरूर करें।
इस्लाम के आने के बाद औरत को वो मक़ाम व मर्तबा मिला कि वो घर की मलिका बन गयी। बीवी को खुश रखने के बेमिसाल इस्लामी तरीके जानने के लिए इस आर्टिकल को पढ़ें और शेयर करें।