
Roza Kholne Ki Niyat
रोज़े को अरबी जबान में सौम कहते हैं। इसका मतलब होता है रुकने और चुप रहना। क़ुरआन में इसको सब्र भी कहा गया है, जिसका मतलब है अपने आप पर अख्तियार रखना। (Stability)। आगे हम बता रहे है की Roza Kholne Ki Niyat कैसे करे।

रोज़े को अरबी जबान में सौम कहते हैं। इसका मतलब होता है रुकने और चुप रहना। क़ुरआन में इसको सब्र भी कहा गया है, जिसका मतलब है अपने आप पर अख्तियार रखना। (Stability)। आगे हम बता रहे है की Roza Kholne Ki Niyat कैसे करे।

हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास का बयान है कि Surah Nasr क़ुरआन-ए-मजीद की आख़िरी सूरत है, हम बता रहे है Surah Nasr in Hindi

आज हम लोग पढ़ेंगे Surah Naas in Hindi. जब मदीने में यहूद ने रसूल अल्लाह सलाल्लाहो अलैहि वसल्लम पर जादू किया था, उस वक़्त ये सूरतें नाज़िल हुई थीं।

Fajar Namaz ki Rakat मे दो और दो करके पूरी चार रकात पढ़ी जाती है , जिसमे 2 रकात सुन्नत ए मुआक्केदा, और 2 रकात फ़र्ज़ होती है

सूरह फलक कुरआन पाक की 113 वीं आयत है सूरह फलक चारो मशहूर कुल में से एक है इसके बारे में और सही से जानने के लिए हम आपको surah falaq in hindi में बता रहे है।