शबे कद्र की फजीलत

शबे कद्र की फजीलत

शबे कद्र का मतलब बहुत सारे लोगों को नहीं पता है तो हम आपको बता दें शबे का मतलब होता है रात और कद्र का मतलब होता है। शबे- कद्र की रात इतनी अफजल रात है कि अल्लाह पाक ने इसके बारे में कुरान में एक सूरत नाजिल कर दी ( सुरह अल कद्र ) जिसमें इस रात की फजीलत इसकी अजमत और इसके मर्तबा का जिक्र किया गया है।

अक़िका करने का सही तरीका और इसकी दुआ .

अक़िका करने का सही तरीका और इसकी दुआ .

अल्लाह पाक ने हमारी शिफा के लिए कई सारी चीजें नाजिल की है जिसमें से एक अक़िका भी है। अक़ीक़ा हमारे इस्लाम में बहुत ज्यादा जरूरी है यह हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की बताई हुई सुन्नत है।

Bakrid Kyu Manate Hai

Bakrid Kyu Manate Hai

आज के इस आर्टिकल में बताएँगे की bakrid kyu manate hai इस्लाम में क़ुरबानी अल्लाह के दो मेहबूब बन्दों हज़रत इब्राहिम अलैहिस्लाम और हज़रत इस्माइल अलैहिस्लाम की सुन्नत और याद में दी जाती है। जिसको बरक़रार रखने के लिए अल्लाह ताला ने अपने प्यारे रसूल की उम्मत पर क़ुरबानी वाजिब की है। जिन लोगो पर भी फितरा वाजिब होता है उन पर क़ुरबानी भी वाजिब होती है। जिसकी भी क़ुरबानी की हैसियत हो उस पर क़ुरबानी वाजिब है।

शबे-बारात क्या है ? शबे-बारात की हकीकत

शबे-बारात क्या है ? शबे-बारात की हकीकत

शबे-बारात क्या है, शबे-बारात कब मनाया जाता हैं और शबे-बारात क्यों मनाया जाता है, शबे-बारात की हकीकत क्या है? शबे-बारात का वाकिया क्या हैं, शबे-बारात में क्या पढ़ना चाहिए, शबे-बारात की नमाज कैसे पढ़ें ? शबे-बारात का रोजा रखना कैसा है? शबे बरात में हलवा क्यों बनाया जाता है? शबे-कदर या लैलातुल कादर की रात क्या है? शबे-बारात की रात को कब्रिस्तान में जाना कैसा है?

ज़कात की मालूमात

ज़कात की मालूमात

इस्लाम की पांच बुनियादी बातें तौहीद, नमाज़, रोज़ा, ज़कात और हज है। तो जाहिर है कि जकात इस्लाम की 5 बुनियादी चीजों में से एक है। ज़कात तुम्हारी कमाई में गरीबों और मिस्कीनों का हक है।” और ज़कात किसे देनी चाहिए

Surah Waqiah In Hindi (2022)
|

Surah Waqiah In Hindi (2022)

सूरह वाक़िया मक्की सूरह है और इस सूरह में 96 आयतें हैं। आज के इस आर्टिकल हमने आसान लफ्ज़ो में और surah waqiah in hindi में बताई है जिससे आप आसानी से पढ़ सके और समझ सके।

अल्लाह की रहमत

अल्लाह की रहमत

Allah ki Rehmat अल्लाह सुभानहू वा ताअला की रहमत हर उस शख्श के लिए है जो उसके सामने हाथ फैलाये बैठा है। बेशक वो रहम करने वाला और माफ़ करने वाला है। अल्लाह सुभानहू वा ताअला अपने बन्दों से फरमाते है की तुम इतने गुनाह करो की पूरी ज़मीन और पूरा आस्मां तुम्हारे गुनाहो से भर जाये और उसके बाद भी मैं तुम्हारे एक तौबा करने पर उन सारे गुनाहो को माफ़ कर दूंगा।

बकरा ईद का महत्व और इससे जुड़ें रोचक तथ्य

बकरा ईद का महत्व और इससे जुड़ें रोचक तथ्य

bakra eid ka mahatva ईद-उल-अज़हा यानी बकरा ईद मुस्लिम धर्म के समाज का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। बकरीईद आपसी भाईचारे और बलिदान का त्योहार माना जाता है। इस दिन सुबह सवेरे नमाज पढ़ कर त्योहार की शुरुआत की जाती है।

मिस्वाक के फायदे और मसाइल

मिस्वाक के फायदे और मसाइल

मिस्वाक से सफ़ाई के अलावा बहुत सी बीमारियाँ भी दूर होती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको दीनी और दुनयावी एतबार से Miswak Ke Fayde के बारे में कुछ अहम बाते बतायेगे।

क़यामत की निशानियाँ – क़ुरानों सुन्नत की रोशनी में

क़यामत की निशानियाँ – क़ुरानों सुन्नत की रोशनी में

Qayamat ki Nishanian क़ुरानों सुन्नत की रोशनी में नबी करीम (स०अ०) ने हमें क़यामत की निशानियाँ बता दी हैं। बेशक कयामत की निशानीयो मे से ये भी निशानी है, इल्म का उठ जाना, जहालत का फैल जाना।