Islam Mein Damaad Par Sasural Ke Huqooq
शादी एक बहुत ही इज्जतदार समारोह होता है, जिससे खानदान के इज्जतदार मर्द और औरत के ससुराल का रिश्ता वजूद में आता है। आज हम आपको Islam Mein Damaad Par Sasural Ke Huqooq क्या है बताने जा रहे है
शादी एक बहुत ही इज्जतदार समारोह होता है, जिससे खानदान के इज्जतदार मर्द और औरत के ससुराल का रिश्ता वजूद में आता है। आज हम आपको Islam Mein Damaad Par Sasural Ke Huqooq क्या है बताने जा रहे है
कुछ लोगों की जहालत की कोई हद नहीं रहती है मसलन लड़का बीमार हो तो उसकी नजर मान ली जाती है कि ऐ वली अल्लाह अगर मेरे लड़के को आराम हो जाएगा तो तेरे नाम की इतनी नजर यानी मन्नत करेंगे आज हम आपको बताएँगे islam Me Mannat Kya Hai
हर इंसान किसी न किसी तरह अन्धविश्वास पर यकीन रखता है अन्धविश्वास जिसकी कोई हकीकत होती ही नहीं है ,आज हम आपको अंधविश्वास की हकीकत को andhvishwas in hindi में बातएंगे
मां बाप का औलाद पर बहुत बड़ा हक होता है मां जो कि हमें पैदा करने के लिए इतनी तकलीफ है उठाती है हमें बड़ा करने के लिए रात रात भर सोती नहीं है नीम को कुर्बान कर देती है और बाप कि हमारे परवरिश के लिए कोई कमी नहीं छोड़ता है वह खुद मेहनत करता है लेकिन हमें कोई परेशानी नहीं होने देता है मां बाप अपनी औलाद के लिए हर तरह की परेशानी से लड़ते हैं अगर कोई मां-बाप अपने बच्चे से नाराज हैं और उस बच्चे की मौत हो जाती है तो उस बच्चे की बक्शीश भी नहीं होती है
जैसा कि हमारा समाज बहुत तरक्की कर चुका है लेकिन कुछ मायनों में वह अभी भी बहुत पीछे हैं जैसे हमारे समाज की एक बहुत बड़ी बुराई है कि उसमें बेटा बेटी में फर्क किया जाता है बेटे को हर मायने में अच्छा समझा जाता है और बेटी को हर मायने में कमतर समझा जाता है बेटे की शिक्षा में कभी पैसों का हिसाब नहीं रखा जाता है