
Qurbani Ka Tarika in Hindi
Eid-ul-Adha यानी कि बकराईद के मैके पर हम लोग अल्लाह तबारको ताला के हुक्म पर क़ुरबानी तो करवाते है लेकिन साल में एक बार क़ुरबानी करने से हम Qurbani Ka Tarika और दुआ भूल जाते है। इस वजह से हम परेशानी में पड़ जाते है।

Eid-ul-Adha यानी कि बकराईद के मैके पर हम लोग अल्लाह तबारको ताला के हुक्म पर क़ुरबानी तो करवाते है लेकिन साल में एक बार क़ुरबानी करने से हम Qurbani Ka Tarika और दुआ भूल जाते है। इस वजह से हम परेशानी में पड़ जाते है।

वज़ू कब टूट जायेगा कब बाकि रहेगा इसके बारे में जानने को Vazu ke Masaile कहते है। वज़ू के मसाइल जानना इस लिए भी जरुरी है की अगर किसी वजह से वज़ू नहीं होगा तो उसके बाद, की गई इबादत भी नहीं होगी।

हदीस में Wazu ki Fazilat के मुतालिक कसरत से लिखा गया है। किसी भी इबादत की फ़ज़ीलत जब तक हमें पता नहीं होगी तो उसकी अहमियत हमारे दिलो में नहीं होगी। इसी तरह वज़ू भी इससे अलग नहीं है।

एक मुस्लमान के लिए Wazu ka Tarika सुन्नत के मुताबिक जानना और उस पर अमल करना बहोत ही जरुरी है। जब तक आप का वज़ू दुरुस्त नहीं होगा तो कोई भी इबादत सही नहीं हो सकती। लिहाज़ा मुसलमान होने के नाते वुज़ू के बारे में पूरी जानकारी होना हम पर फ़र्ज़ है।

Eid ul Fitr और ईद उल अज़्हा (Eid Ul Adha) की नमाज़ साल में एक बार पढ़ी जाती है तो इस वजह से हम ये भूल जाते है की कब क्या करना है। कई बार तो हम बगल वाले को देखने लगते है कि अब क्या करे। इस लिए हमने आप के लिए Eid Ki Namaz Ka Tarika तफ्सील से पेश किया है।

अगर हमने सही तरीके से ग़ुस्ल नहीं किया तो कोई भी इबादत कुबूल नहीं होगी इसलिए हमें Gusal Ka Tarika जानना बहोत ही जरुरी है।